आरती यमुना जी की लिरिक्स हिंदी | Yamuna Mata Aarti | आरती संग्रह
आरती यमुना जी की - लिरिक्स हिंदी में |Jogichandlyrics | सांग लिरिक्स | Hindi Bhakti Song
Aarti Yamuna ji ki । Aarti Sangrah | Jogichandlyrics | सांग लिरिक्स |
आरती यमुना जी की
ॐ जै यमुना माता, हरि ॐ जै यमुना माता,
नो नहावे फल पावे सुख सुख की दाता । ॐ
पावन श्रीयमुना जल शीतल अगम बहैधारा,
जो जन शरण से कर दिया निस्तारा। ॐ
जो जन प्रातः ही उठकर नित्य स्नान करे,
यम के त्रास न पावे जो नित्य ध्यान करे। ॐ
कलिकाल में महिमा तुम्हारी अटल रही,
तुम्हारा बड़ा महातम चारों वेद कही। ॐ
तीर तुम्हारे माता प्रभु अवतार लियो,
नित्य निर्मल जल पीकर कंस को मार दियो। ॐ
नमो मात भय हरणी शुभ मंगल करणी,
मन 'बेचैन' भया है तुम बिन वैतरणी । ॐ
आरती यमुना जी की - लिरिक्स हिंदी में |Jogichandlyrics | सांग लिरिक्स | Hindi Bhakti Song
Comments
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box